Deepali sanotia
20 Jul, 2021
बारिश की बूँदें
सुबह-सुबह खिड़की के शीशे पर
बारिश की बूँदों ने कुछ आकार गढ़े थें
उन आकारों में कशिश सी थी
युवा मन की यादें बूँदों में अप्रतिम दृश्य निर्मित कर रही थीं
हसीन हुआ करती थीं ये बूँदें उस दौर में
मनभावन होती थीं जब गिरती थीं भोर में
Paperwiff
by deepalisanotia
20 Jul, 2021
50 शब्दों में बारिश की कहानियां
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