Deepali sanotia
Deepali sanotia 16 Dec, 2022
बोझ
बोझ उन अधूरे ख़्वाबों का कभी हल्का होता नहीं जितनी शिद्दत से हम आगाज़ करते हैं उतनी ही साफ़गोई से वो सब कुछ डिब्बाबंद करवा देते हैं बहरहाल ख़्वाब हमारे थें उनके अधूरा रह जाने का बोझ भी हम पर ही है

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by deepalisanotia

16 Dec, 2022

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