Deepali sanotia
Deepali sanotia 04 Jun, 2021
बेहिसाब
हम बेहिसाब हैं, मगर अब तन्हा हैं हममें क्या जोश आएगा कितना कुछ खो चुके हैं, कितना खोएंगे हमें कब होश आएगा हम ज़िंदा हैं , पर बेहोश से हैं सच को देख कर भी, खामोश से हैं हममें कब आक्रोश आएगा हम बेहिसाब हैं , मगर अब तन्हा हैं हममें क्या जोश आएगा

Paperwiff

by deepalisanotia

04 Jun, 2021

Musing # motivational

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