Deepali sanotia
12 Aug, 2022
आज़ादी
अब के बरस देश चमक रहा है,
खेल-कूद में सोना बन कर।
मानो अमृत वर्ष में अमृत बरस रहा हो।
ये आज़ादी का अमृत महोत्सव है,
आज़ादी का अमृत कलश इस बार
ऊँचे आसमानों को छूने चला है।
Paperwiff
by deepalisanotia
12 Aug, 2022
आज़ादी
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