Deepali sanotia
17 Jul, 2022
वो लाल गुलाब
किसी ने याद दिला ही दी वो लाल डायरी जो कभी जी जान से संभाल कर रखी थी मैंने। उस वक़्त वो डायरी घर वालो के लिए आँख की किरकिरी बन गई थी। जिस दिन वो डायरी मैंने अपने हाथों से जला दी थी सभी ने चैन की सांस ली थी। सच कहू तो जला कुछ और था उस दिन, शायद मेरे सपने। ज़्यादा कुछ नहीं था उसमें, बस मेरी लिखी कुछ कविताएँ और वो लाल गुलाब...मेरी ज़िदंगी में मिला मेरा पहला गुलाब....उसकी महक कभी कम ही नहीं होती थी।
Paperwiff
by deepalisanotia
17 Jul, 2022
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