Deepali sanotia
05 Jul, 2022
नज़र
नज़र नज़र में फर्क देख लिया हमने
अभी तो कली से फूल भी ना बन पाए हम
अपनों की ही नज़र में फर्क देख लिया हमने
इस दहलीज़ में भी ज़्यादा रह ना पाएँगे
ना जाने किस और दहलीज़ को नज़र बंद कर लिया हमने
जाने से पहले इस दहलीज़ को भी नज़र भर देख ले
यहाँ अपनों को ही ग़ैर होते देख लिया हमने
Paperwiff
by deepalisanotia
05 Jul, 2022
#Microfable contest #nazar#shayari
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