Deepali sanotia
Deepali sanotia 15 Sep, 2022
भाषा मेरे मन की
जिसे सोचती हूँ हर घड़ी हर पल जिससे बात करूं वो मैं ही हूँ, अपनी ही साथी कहती हूँ ख़ुद से, ख़ुद ही को सुनती हूँ अपने मन की भाषा ख़ुद ही के लिए बुनती हूँ

Paperwiff

by deepalisanotia

15 Sep, 2022

Microfable contest

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.