जब 2020 शुरू हुआ तो किसी को आहट ही नहीं थी की ये साल अन्य सालों से बहुत ज्यादा अलग होगा। न किसी ने कभी ऐसा साल देखा होगा ना कहीं सुना होगा। कोरोना वायरस के बारे में जो समाचार में दिखाया जा रहा था उससे यही लग रहा था कि यह वायरस चमगादडों को खाने से हुआ है। ऐसा लगा ही नहीं था कि यह वायरस चीन से निकलते हुए दूसरे देशों में भी इतनी जल्दी पहुंच जाएगा। बहुत सारे लोगों को मरते हुए देखते तो समाचार देखने का मन नहीं करता था। एक अजीब सा डर फैल गया था पहले ही लोग एक दूसरे से इतने दूर रहा करते थे लेकिन जब से कोरोनावायरस आया है तो अगर पता लगे कि कोई बीमार है तो उसका हाल-चाल भी पूछने जाने से डर लगने लगा।
कोरोना वायरस को देख देख कर बहुत लोग सदमे में आ गए। कुछ को तो कोरोना ना होते हुए भी उसके लक्षण दिखने लगे क्योंकि जो सब न्यूज़ में देख रहे थे वही उनके साथ घटने लगा क्योंकि यह बीमारी शरीर के साथ-साथ मन पर भी गहरा असर कर रही थी।
बाकी रही मेरी बात तो मेरे लिए यह साल कुल मिलाकर ठीक ही था। एक बात की खुशी थी तो बस ये मेरे पति को घर से काम करने की इजाजत मिल गई। जिससे उनका आने जाने का टाइम बच गया और इस महामारी के बीच हम सब घर पर सुरक्षित रहे।बेटा भी ऑनलाइन पढ़ाई कर रहा है।
बाकी छोटे-मोटे सुख दुख तो सब को लगे रहते हैं कभी कभार तो न्यूज़ देखकर या आसपास सुनकर की लोग कोरोना से मर रहे हैं हमें भी टेंशन हो जाती थी। पर फिर दिल को मजबूत किया और सब ऊपर वाले पर छोड़ दिया कि मारने वाला है भगवान बचाने वाला है।अगर हमारा टाइम आ गया है तो हमें भी शायद कोरोना का बहाना मिल जाएगा और हम भी शरीर छोड़ देंगे और अगर हमारा टाइम नहीं आया तो कोरोना हो भी गया तो भी हम ठीक होकर वापस आ जाएंगे। लेकिन जिन लोगों की नौकरियां चली गई काम धंधे ठप्प हो गए उनके लिए बहुत दुख होने लगा। हमने अपनी तरफ से लोगों की जितनी हो सके मदद की फिर भी ऐसा लगता कि जितनी कर रहे हैं उतनी कम है काश कि सबकी मदद कर सके। लेकिन ऐसा हमारे लिए भी संभव नहीं था।हमारे बस में था तो सिर्फ भगवान से प्रार्थना करना जो हमने बहुत की कि ये बीमारी जल्दी से खत्म हो जाए और सब फिर से सामान्य जीवन जीने लगें।भगवान से प्रार्थना करते हैं कि आने वाला साल 2021बीते वर्ष 2020 के सारे गम भुला दें।2020 में जिन लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया है जानते हैं कि वह लोग वापस तो नहीं आ सकते पर शायद उनका समय आ गया था ऐसा ही समझ कर उस दुख को सहन करने की उन्हें शक्ति मिले।हमारे रिश्तेदारों में भी कुछ लोगों को कोरोना हुआ लेकिन भगवान की कृपा से वह सब ठीक हो गए।
परिस्थितियां चाहे कैसी भी हो हमें हमेशा सकारात्मक सोचना चाहिए और मुझे तो कभी-कभी लगता है कि प्रॉब्लम्स इतनी बड़ी नहीं होती जितनी कि दिखाई जाती है खासतौर पर समाचारों में जैसे कोरोना को बार-बार इस तरह से दिखाया जा रहा था कि लोगों के मन में दशहत फैल गई।न्यूज़ वालों ने हमें इतना डरा दिया कि हमें डरने की बजाय सॉल्यूशन पर फोकस करना चाहिए था।जो बहुत ही कम किया गया मैं तो सभी को यही सलाह देती हूं कम से कम न्यूज़ देखें और रियल में कुछ प्रॉब्लम है तो उसके सॉल्यूशन पर फोकस करें बार-बार अगर प्रॉब्लम के बारे में सोचते रहेंगे तो एक नकारात्मकता आ जाती है। पहले ही हम लोग अपनी लाइफ में बहुत परेशान होते हैं कई बार अपनी हेल्थ को लेकर या फिर अपनी जॉब को लेकर, अपने बिजनेस को लेकर ऊपर से अगर इस तरह से बीमारियों के बारे में हम बार-बार बात करेंगे तो वह कहीं ना कहीं हमारे मन पर प्रभाव जरूर डालती हैं तो हमें अपने मन को इन सब चीजों से बचाना चाहिए। माना की कोरोना वायरस एक खतरनाक बीमारी है लेकिन हमें उससे बचना है ना कि उस से डरना है। बाकी जो होना है वो ऊपर वाला सब जानता है उसके आगे किसी की नहीं चलती जिसकी जितनी जिंदगी लिखी है उतनी सांसे उसने लेनी हैं।अंत में बस यही कहूंगी भगवान आप सबको हमेशा खुश रखे स्वस्थ रखें।
आने वाला वर्ष 2021 हम सब के लिए खुशियां ले कर आए।एक बार फिर सब सामान्य जीवन जिएं। बच्चे फिर स्कूल जाएं,अपने दोस्तों से मिलें पार्क में खेलने जाएं।ऑफिस जाने वाले ऑफिस जाएं सबके काम फिर शुरू हो जाएं।जिनकी नौकरियां चली गई थी उन्हें फिर नौकरियां मिलें।पहले के जैसे सब स्वतंत्र हो कर घूमें।हमें अपनी मुस्कुराहट को मास्क के पीछे ना छिपाना पड़े।सब खुश रहें,एक दूसरे से मिलते जुलते रहें। कोरोना के कारण जो दूरियां आ गई हैं वो अब खत्म हों।आप सब को नया साल मुबारक हो। हैप्पी न्यू ईयर 2021❤️
धन्यवाद।
चेतना अरोड़ा प्रेम।
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