थका हारा आदमी चला आता है जब घर
गुलाब के बदले ले आता है फूलगोभी
जनता है पसंद है पत्नी को गोभी के पराठे
सबकी पसंद में अक्सर भूल जाती है
खुद की पसंद
थका हारा आदमी चला आता है जब घर
चॉकलेट की जगह ले आता है जलेबी
बूढ़े मां बाप को बहुत है पसंद
कहते नहीं कभी,ये सोचकर
खर्चे बहुत हैं बेटे के
कहीं लेना ना पड़े उधार
थका हारा आदमी चला आता है जब घर
टेडी बीयर के बदले ले आता है ऊन के गोले
बेटे की स्वेटर हो गई है पुरानी
दो बरस पहले जो लाई थी उसकी नानी
नई स्वेटर में बेटा भी लगेगा जीता जागता टेडी
भागेगा इधर उधर करेगा शैतानी
थका हारा आदमी चला आता है जब घर
भागकर गले लगा लेती है जब बेटी
और कहती है हैप्पी हग डे पापा
मुस्कुराहट आ जाती है चेहरे पर
सारी थकान दूर हो जाती है
थका हारा आदमी चला आता है जब घर
मां बाप के पास बैठकर जब करता है बचपन याद
मां चुम लेती है माथा और देती है आशीर्वाद
फल मिल जाता है तीर्थों का अपार
थका हारा आदमी चला आता है जब घर
कोई नया वादा नहीं करूंगा अब
पहले ही अधूरे हैं कई वादे
जो किए थे बच्चों व बीबी से
हर बार नया वादा कर बैठता है
मौलिक एवं स्वरचित
चेतना अरोड़ा प्रेम
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