Chetna Arora Prem
08 Jan, 2021
कागज़ की कश्तियों में
कागज़ की कश्तियों में
ही रह गया बचपन जैसे
उम्र तो आगे निकल गई
बचपना रह गया पीछे
समझ नहीं आता
उम्र के साथ चलें
या जी ले थोड़ा बचपन
पूछता है अक्सर
ये दिल नादान
Paperwiff
by chetnaaroraprem
08 Jan, 2021
कागज़ की कश्तियों में
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