Title

मां सबसे महान हस्ती है।

Originally published in hi
Reactions 0
389
Dr. Anju Lata Singh 'Priyam'
Dr. Anju Lata Singh 'Priyam' 05 Jan, 2022 | 1 min read



#स्वरचित कविता-

शीर्षक-"मां कहते ही"


जीवन अति सुखकर लगता है-

मन मोहक,मधुकर लगता है,

मां कहते ही मेरे तन को-

बेटी बन बेहतर लगता है.


पंचतत्व का है ये पिंजरा-

मां के लाड़-प्यार से निखरा,

रखा उदर में कलित-कली को-

चहुं ओर फिर सौरभ बिखरा.


कितने जतन किये हैं उसने-

पूरे किये सजीले सपने,

तपी धरा सी ही मुस्काई-

दिये सभी सद्गुण भी अपने.


नित्य नमन करती जब उनको-

रोज निभाती अपने प्रण को,

सत्य,शिवम,सुंदर लगता है-

मां कहते ही मेरे मन को- 

जीवन अति सुखकर लगता है.


   ________

स्वरचित-

डा.अंजु लता सिंह,नई दिल्ली

0 likes

Published By

Dr. Anju Lata Singh 'Priyam'

anjugahlot

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.