बात

बात,बादल,बरबस

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Dr. Anju Lata Singh 'Priyam'
Dr. Anju Lata Singh 'Priyam' 23 Mar, 2022 | 1 min read

दिनांक-4-2-2022

पेपरविफ पर प्रेषित मेरी

स्वरचित कविता-

चयनित - वर्ण "ब"


शीर्षक- "बेमिसाल"


बासंती बयार बहे-

बाग-बगीचे बौराए,

बनकर बातूनी-बालिका-

बहुतेरी बातें बतलाए.


बरबस बहकी ब्रज बाला-

बांके-बिहारी बंसी बजाए,

बार-बार बना बंदनवार-

बेगम बसेरा बनाए.


बंदर बना बैठे बेवकूफ-

बबलू बेटा बहकाए,

बत्तख,बगुले,बेनाम बावड़ी-

बाजीगर बंधन बिसराए.


बादल बरसें बेहिसाब-

बूंद-बूंद बरबस बह जाए,

बातें बड़ी-बड़ी बौराएं-

बोलें,बस बहकाएं।

  ___

रचयिता-

डा.अंजु लता सिंह गहलौत,नई दिल्ली





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Dr. Anju Lata Singh 'Priyam'

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