विषय-"बेटे के नाम मां का पत्र"
विषय-"तरक्की और तहजीब"
प्रति,
प्रियंक गहलोत
स्टुडेंट (एम.एस.सी- स्पेशल कोर्स)
यूनिवर्सिटी ऑफ बेडफोर्ट शायर,
ल्यूटन /लंदन(यूनाइटेड किंगडम)
दिनांक-13-9-2019
नई दिल्ली
स्नेहिल प्रियंक बेटू!
कैसे हो बच्चे?हम सब तो यहां ठीक हैं.वहां लंदन के ल्यूटन शहर में ठंडी हवाएं खूब चलती हैं,इसलिये गरम कपड़े, स्कार्फ,कैप वगैरा जरूर पहनकर रहना.तुम्हे ठंड भी बहुत जल्दी लगती है राजे.
मेहनती तो मेरा बच्चा है ही बस पढ़ाई में ईमानदारी से लगे रहो,आपको अपने उद्देश्य में सफलता अवश्य मिलेगी.
परिश्रम सफलता की कुंजी कही जाती है.आपका दोस्त रवि यहां घर आया था,तो बता रहा था,कि आप रात में भी बहुत देर तक पढ़ते-लिखते रहते हो.सीमा से ज्यादा मेहनत भी थकाती है.
चंदा!स्वास्थ्य ठीक रहना भी जरूरी है.समुचित समय पर उठो,सोओ और पढ़ो भी मेरे बाबू!
वीडियो,फोन,व्हाट्स एप पर आपसे बातें होती रहती हैं तो जान पड़ता है हमारे पास ही हो.
फिर भी लिखकर ही आपकी मम्मा को ज्यादा सुकून मिलेगा आप जानते ही हो.लेखन कार्य करने वालों को लिखे बिना चैन भी नहीं पड़ती है.
तरक्की करता हुआ अपना देश अब तो "विश्व गुरू"बन ही रहा है. मंगलयान,चंद्रयान अभियान मेहनती वैज्ञानिकों का ही तो कमाल है.
मुझे गर्व है मेरे सुपुत्र पर ,जो हम सबका सम्मान करता है.हमारी बर्थ डे,एनीवर्सरी पर शुभकामनाएं और उपहार भेजना भी कभी नहीं भूलता है.
काश!सभी बालक ऐसे ही हों.
आप समय निकालकर पार्ट टाइम जॉब भी करने लगे हो...शाब्बाश बेटू!
मेहनत करने में कोई शर्म और संकोच कभी नहीं करना चाहिये.
कमरे पर भी खुद भोजन पका लिया करो भले ही दिल्ली वाली आंटी से टिफिन ले रहे हो.
यू ट्यूब से भी सीख सकते हो.
परिश्रम करते रहो बेटा..हमारा मंगलाशीष सदैव आपके साथ है.
जो संतति माता पिता के प्रति वफादार रहकर उनका तन-मन से सम्मान करती है,नैतिक मूल्यों का समावेश करते हुए व्यक्तित्व को प्रभावशाली बनाए रखती है,उसपर प्रभु की भी कृपा बनी रहती है.
बस अब खत लिखना समाप्त कर रही हूं.
आप सदा सुखी रहो.
अपनी सभ्यता और संस्कृति के सुगढ़ वाहक बनकर सफल वैज्ञानिक बनो और प्रगति-पथ पर हमेशा आरूढ़ रहो.
इन्हीं शुभकामनाओं के साथ
आपकी मम्मा
अंजु मम्मा
नई दिल्ली
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.