संपर्क
चंद पंक्तियां.... जरूरी होता है संपर्क,परस्पर मिलने के लिये नेह की होती है ललक,कली को खिलने के लिये जीव-जगत में,जुड़ने की जुगत में हैं सब बनी है जिंदगानी भी,यहाँ इक दूजे के लिये स्वरचित-डा.अंजु लता सिंह गहलौत,नई दिल्ली

Paperwiff

by anjugahlot

31 May, 2023

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