"निवेश" बनाम "बचत"
उद्धरण- 'बचत' जेब का है श्रृंगार- 'निवेश' खोले आशा के द्वार, मन-मस्तिष्क की सोच यही है- जार एप्प से हमको प्यार.

Paperwiff

by anjugahlot

23 Nov, 2021

बचत/निवेश/जार/आशा

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