Dr. Anju Lata Singh 'Priyam'
06 Jun, 2024
हरियाली
स्वरचित मुक्तक
शीर्षक-" हरियाली"
मगन रहे तब तक यह वसुधा,जब तक उसपर है हरियाली-
परहित का प्रण लेकर सबको बांट रही निश-दिन खुशहाली,
जन-जन का कर्तव्य यही है,पंचतत्व को सदा बचाएं-
दरिया दिल दाता भर देगा, रहेगी न कोई झोली खाली.
रचयिता-डा.अंजु लता सिंह गहलौत, नई दिल्ली
Paperwiff
by anjugahlot
06 Jun, 2024
हरियाली
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