"मन पंछी सा"
तन के पिंजरे में है बंद,फिर भी हर्षित रहे अमन्द। मन अलबेला मस्ताना,इसकी महिमा सदा बुलंद।।

Paperwiff

by anjugahlot

23 Feb, 2022

आजाद पंछी कैद में ही खुश

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