संकल्प
स्वरचित कविता शीर्षक-“संकल्प” ले लिया संकल्प मैंने- दर्द से लूंगी सबक़, शांति का आव्हान करके- छू सकूँगी अब फलक. नियति को नित नमन करके- दुःखों के संग-संग चलूँगी, सुखों में संयम बरतकर- समय-साँचे में ढलूँगी. मिलने वालों से मिलूँगी- अधरों पर मुस्कान रखकर, उफ्फ करूँगी न कभी भी- ग़मों से ले लूँगी टक्कर. कला-कौशल,ज्ञान बाँटूंगी चहकते बालकों को सबके मन में रोप दूँगी सेवा,हित के संस्कार जीत लूँगी जंग जीवन की,न बैठूँगी मैं थककर ख़िज़ाँ खिसकेगी सहज ही,चमन में होगी बहार. ————————— रचयिता- डा.अंजु लता सिंह गहलौत,नई दिल्ली

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by anjugahlot

02 Jan, 2024

संकल्प

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