गज़ल

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Aman G Mishra
Aman G Mishra 24 Aug, 2019 | 1 min read

राजनीति में नया हूँ देश को बचाना है 

काम का न धाम का हूँ देश को बचाना है 


एब थे हज़ारों जिसमें वो ही पार्टी अज़ीज़ 

अब उसी से जुड़ गया हूँ देश को बचाना है 


जो भी दे टिकट मुझे मैं गाऊंगा उसी के गीत 

रोज़ दल बदल रहा हूँ देश को बचाना है 


क़त्ल हो गया था मेरे हाथों ,अब चुनाव मैं 

जेल से ही लड़ रहा हूँ देश को बचाना है 


ई वी एम ख़राब थी तो कैसे जीतता भला 

कब से धरने पर डटा हूँ देश को बचाना है 


किसकी है मजाल जो न माने कुछ कहूं अगर 

बाबुओं को धो रहा हूँ देश को बचाना है ।

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Aman G Mishra

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