कहते हैं कि व्यक्ति के विचारों में ,
उसका अक्श नजर आता है ,
कौन कैसा है ,
ये समझ आता है ।
जब खुलते हैं धागे विचारों के ,
बुनाई कैसे हुई है ,
नजर आता है ।
हौसले बुलंद और विचार पाक रखिए ,
पैर जमीं पर और सोच आसमां में रखिए ,
सोच से सँवरने वालों के व्यक्तित्व में ,
विचारों का अक्श नजर आता है ।
चेहरे पर मुस्कान और सिर पर सोच का ताज सजाइए ,
आँखों में चमक और जुबां पर सच्चाई लाइए ,
आपकी सादगी में ही ,
आपके विचारों का अक्श नजर आता है ।
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