जब किसी पेड़ के नीचे बैठ,
आराम फ़रमाते हैं, तब बड़ा सुख मिलता है।
जब सपने देखते हैं तब,
बड़ा सुख मिलता है।
एक समय होता-हुआ करता था,
यह सोच कर बड़ा सुख मिलता है।
दिन की राह देखते बनता है,
तब बड़ा सुख मिलता है।
अदिति मिश्रा 'वर्तिका'
12/10/2012
जब किसी पेड़ के नीचे बैठ,
आराम फ़रमाते हैं, तब बड़ा सुख मिलता है।
जब सपने देखते हैं तब,
बड़ा सुख मिलता है।
एक समय होता-हुआ करता था,
यह सोच कर बड़ा सुख मिलता है।
दिन की राह देखते बनता है,
तब बड़ा सुख मिलता है।
अदिति मिश्रा 'वर्तिका'
12/10/2012
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
तुम्हारी सिंपल बात पढ़, बड़ा सुख मिला... लिखती रहना सदा... 👍🍀
😃 धन्यवाद मैम। आपका कहा सिर-आँखों पर ❤
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