आदि
आदि 23 Jun, 2022
कल्पना
रे मनस कर जगत कल्पना सृजन प्रभु की संकल्पना नाद, स्वर और तरंग वाहिनी क्षण क्षण होती है ये कल्पना 💫 आदिरमानी✍️

Paperwiff

by 2747

23 Jun, 2022

कल्पना

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