मुझे रास्ता दिखा ऐ मालिक,
मैं तुम्हारी शरण में आई हूं,
इस दुविधा से मेरा पीछा छुड़ा,
मैं तुझसे राह मांगने आई हूं,
मेरी राह के कांटों को
फूल बना देना,
मैं इस एक उम्मीद से तेरे दर पे आई हूं,
तेरा हर वक़्त शुक्र मानते हुए,
ज़िन्दगी के कुछ हसीन पल
तुझसे मांगने आई हूं।
रब तेरा हर वक़्त शुखराना।
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Lovely
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