आज का दिन है बहुत खास
मेरे पास आया है एक सवाल।
क्या आप फ्री हो इस saturaday को
मैंने भी कह दिया हाँ फ्री हूँ
फिर क्या था CEO के साथ
वो गयी मेरी मुलाकात भी fix।
इस lockdown ने कर दिया कमाल
25 अप्रैल शाम 6 बजे ऑनलाइन
मिलवा दिया CEO वृन्दा जी से
उनके रूप रंग ने मोह लिया
उन्हें देखते ही नर्वसनेस भाग गई
उनके सवालों ने मुझे हरा दिया
बचपन से अब तक सब कहानी
सब किस्से मैंने भी सुना दिए।
गोलगप्पे की रेसिपी बताई
जब कोई बात बिगड़ जाए
जब कोई मुश्किल पड़ जाए
भी गाकर सुनाया।
अब मेरा हाल देखिये
Paperwiff ने दिया सम्मान
मुझे मुझ से मिलवाया
सबसे मेरा परिचय करवाया।
यह मुलाकात याद रहेगी
जब तक मेरी जान रहेगी
Thank you paperwiff
Thank you vrinda maam
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