आओ
आ भी जाओ
मेरे पास
मेरे साथ
मेरे दोस्तों
हम भी
चार पल
बैठ जाए
एक साथ
करले
थोड़ी
गुफ्तगू
कुछ
इधर उधर
की बातें
जब साथ मे
कड़क
चाय
और
दोस्तों का
प्यार
तो और
चाहे
मेरा दिल
मेरे यार।
आप सब भी शाम को चाय बनाओ और अपने दोस्तों ले साथ ऑनलाइन बात करो। अपने मन की गांठो को ख़ोल दो।
विनीता धीमान
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Wah
Thanks dear
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