बच्चों की परवरिश में माँ का दोष

पिता और माता दोनों साथ मिलकर बच्चें की परवरिश करते हैं। अपने बच्चों की देखभाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। माना मां बच्चो की पहली गुरु होती है लेकिन बच्चों के सभी बुरे कर्मों की जिम्मेदारी मां को ही क्यू दी जाती है??? इन सब के पीछे, बच्चों को बिगाड़ने में क्या माँ का हाथ होता है???

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Vineeta Dhiman
Vineeta Dhiman 30 Jun, 2020 | 1 min read
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सीमा आओ देखो, गोलू ने पोटी कर दी रवि ने चिल्लाते हुए कहा....आकर साफ़ करो। सीमा रसोई से आई उसने गोलू का हाथ पकड़ लिया और अपने साथ बाथरूम ले गई।

थोड़ी देर बाद उनकी बेटी नर्मदा दौड़ती हुई आई और बोली पापा देखो आज मुझे "रंग भरो प्रतियोगिता" में प्रथम स्थान मिला है। मैडम ने मुझे ये पुरस्कार दिया है और मेरे लिए पूरी क्लास ने तालियां भी बजाईं। वाह मेरी बेटी ने तो कमाल के दिया रवि ने इतराते हुए कहा..... सीमा भी सुनकर खुश हो गई। तभी उनकी सासूमा बोल पड़ी, और क्या अपने पापा पर गई। जैसा बाप वैसी बेटी। बहुत अच्छी है पढ़ाई लिखाई में नर्मदा...जीती रहो लाडो। तुम्हे भी अपने पिता की तरह अच्छी नौकरी और अच्छा घर मिले। सभी तुम्हे पसंद करें....दादी अपनी पोती को प्यार से कहे जा रही थी।

सीमा चुपचाप सब सुनकर भी चुप थी वो अपनी बेटी के साथ वह अंदर चली जाती हैं।

सीमा नर्मदा और गोलू की मम्मी जो पढ़ी लिखी नही है लेकिन परिवार में सबके साथ अच्छे सम्बन्ध हैं। उसके संस्कार, व्यवहार, बोल चाल से सब प्रभावित थे। सीमा परिवार में सबका सम्मान करती थी। इसलिए चुपचाप सब सुन लिया।

कुछ दिन बाद आज गोलू का जन्मदिन है शाम के समय घर में बच्चों, रिश्तेदारों, पड़ोसियों का जमावड़ा लगा हुआ है सब खुशी के साथ केक काटने की तैयारी कर रहे हैं। तभी नर्मदा भागते हुए आई और गलती से वहां रखे केक से टकरा गई और केक नीचे गिर गया।

सीमा कुछ कहती इससे पहले ही उसकी सास ने बोलना शुरु कर दिया। अंधी हो गई यह लड़की, कुछ आता नहीं है इसे, जब देखो भागना, आंखे बंद करके चलती हैं देखो क्या कर डाला। इसकी मां ने कुछ सिखाया भी है इसको, लाज शर्म सब बेच दी है। अपनी मां पर गई अनपढ़ गंवार।

आए हुए सभी मेहमान सुन रहे थे। नर्मदा डरी सहमी सी वहीं खड़ी है। सीमा आंखो में आंसू लिए अपनी बेटी के साथ वहां से चली जाती है। आप ही बताओ दोस्तो, बच्चों के अच्छे बुरे कर्मों का कारण माँ को क्यों माना जाता है। ये कहां का इंसाफ है? जब कोई बच्चा अच्छा काम करे तो पिता ने कितना अच्छा सिखाया है। वहीं बच्चा जब कोई गलती करे तो सारा दोष मां के सिर डाल दिया जाता हैं। ऐसा क्यू करते है ये हमारे समाज के लोग क्या आपके पास कोई जवाब है मेरे इस सवाल का???यदि है तो कृपा कर मुझे भी जरुर बताना...

विनीता धीमान


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