हम सब के जीवन मे माता पिता का स्थान कोई नही ले सकता... अपने पिता को याद करते हुए मेरी स्वरचित कविता
इस दुनिया मे सबसे न्यारे सबसे प्यारे बताओ वो कौन?
जिनके प्यार से महका मेरा बचपन बताओ वो कौन?
जिनके मजबूत कंधों पर था मेरा जीवन बताओ वो कौन?
जिनकी यादों में बसता है मेरा कल बताओ वो कौन?
जो है हमारे घर की आन शान बताओ वो कौन
जो हम भाई बहन के प्यारे है वो मेरे पापा है।
जो न तो सुपर मैन नाही हीमैन जो है सिम्पल मैन
जिनकी काली हथेलियों से चमका हमारा आज है
जो आज भी साथ न रहते हुए भी मेरे साथ है
जिनकी यादें मेरे दिल मे है वो पापा है।
विनीता धीमान
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
खूबसूरत कविता
संदीप जी शुक्रिया🙏🙏
Please Login or Create a free account to comment.