Paperwiff मंच को समर्पित मेरी स्वरचित कविता... आप सब भी एक बार जरूर पढ़िये। paperwiff ऐसा एक मंच है जहाँ पर मुझ जैसे कितने ही राइटर आते है और बस यही के होकर रह जाते है इसकी खुशबू में खो जाते है।
सूरज जैसा तेज है जिसमे, वो है Paperwiff
सबको समान ऊर्जा देना, यही मूलमंत्र है जिसका।
चल उठ... अब उस राह, चल मेरे साथ
कलम को बना तलवार, कर दे शब्दो से वार।
न भाषा का झमेंला, न क्षेत्र का बहाना है।
आत्मनिर्भर बनने को, अब तू हो जा तैयार।
रोज नित नए आयोजन होंगे, तू थेमेगा नही।
अब ऑनलाइन दुनिया मे नयी पहचान बना।
Thank You PaperWiff ❤️❤️❤️❤️
विनीता धीमान
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Very nice
Thank you neha❤️❤️
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