शुरुआत अपने घर से करों

अपने घर के बच्चों को सही मार्गदर्शन करें उन्हें बचपन से ही औरतों की इज़्ज़त करना सिखाये।

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Vineeta Dhiman
Vineeta Dhiman 24 Jun, 2020 | 1 min read
Equality Mythology character Women's empowerment Moral duties

रावण को कौन नही जानता...

वो रावण जिसने भगवान शिव को अपना आराध्य माना था। उनकी पूजा अर्चना की....रावण से बड़ा पृथ्वी पर आज तक ऐसा कोई शिव भक्त नहीं था। जिसने कैलाश पर्वत को अपने मंत्रोच्चार से पवित्र कर दिया था ऐसा रावण जिसने सिर्फ एक भूल कि उसने पर औरत पर नजर रखी। उसे उठा कर अपने साथ लंका ले गया। उसकी सजा वह आज तक भुगत रहा हैं। लेकिन उसको देखकर लोग खुश होते है रामजी की जयकार करते हैं।

लेकिन रावण सबको सीख देता हैं कि जो मेरा हर्श हुआ। वो तुम सबका भी हो सकता है... लेकिन शायद किसी को समझ नहीं आता। रावण ने सीता हरण किया लेकिन उसे छुआ तक नहीं था। सीता राम को पवित्र मिली ये रावण के कारण ही था।  लेकिन अपनी गलती के लिए रावण आज तक सजा भुगत रहा हूं।

कलयुग के इस दौर में आपने रावण को देखा है?

आज हर औरत, बेटी, बहन चाहे किसी भी रूप में हो। उसके ऊपर किसी ना किसी रावण की नजर रहती है। यहां तक उनके साथ जबरन उठा लेना, बलात्कार, हत्या, लूट खसोट जैसे जघन्य कृत्य रोज कितने सुनने और पढ़ने को मिलते हैं। लेकिन उन अपराधियों का होता कुछ नहीं। कुछ दिनों तक सब उसके लिए प्रयास किए जाते हैं फिर सब सामान्य हो जाता हैं।

मेरे विचार से ऐसे लोगों को रावण की तरह ही सजा मिलनी चाहिए। उन्हें भी सरे आम जलाया जाना चाहिए ताकि जनता को पता चले। और इस तरह के अपराध बंद हो सके। हमारी आगे वाली पीढ़ी को यह समझाना चाहिए कि हर लडक़ी किसी की बहन, बेटी है उसका सम्मान करना सबका कर्तव्य है और इसकी शुरुआत हम सबको अपने घर से ही करनी चाहिए।

आप सब का क्या कहना है इस बारे मे???

विनीता धीमान

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Vineeta Dhiman

vineetazd145

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

  • Babita Kushwaha · 4 years ago last edited 4 years ago

    प्रेणास्प्रद लेख

  • Ektakocharrelan · 4 years ago last edited 4 years ago

    सही कहा विनीता आपने ऐसे कलयुगी रावण के लिए मार्मिक अभिव्यक्ति

  • Vineeta Dhiman · 4 years ago last edited 4 years ago

    Thankyou babita ❤️

  • Vineeta Dhiman · 4 years ago last edited 4 years ago

    Thank you ekta ji

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