Vidhisha Rai
Vidhisha Rai 21 Mar, 2024
सुकूँ
वो शख्स इक मंजर-सा भूलता नहीं है, ख्याल उसका मिरे जहन से निकलता नहीं है; थम जाए धड़कनें तो शायद करार आ जाये, कि बिना उसको देखे सुकूँ मिलता नहीं है।

Paperwiff

by vidhisharai

21 Mar, 2024

#Microfable contest #topic free contest3

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