Vidhisha Rai
24 Nov, 2023
रिक्तता
रिक्तता कब मनु मन को भाती है?
रचनात्मकता खालीपन को भर जाती है।
गर हो मस्तिष्क में विचारों की रिक्तता,
तो इक पुस्तक नव ज्ञानदीप जला जाती है।
गर हो जीवन में भावनाओं की रिक्तता,
तो परिजनों से संवाद उल्लास भर जाती है।
गर हो आत्मा में जीवन की रिक्तता,
तो सृजनात्मकता नवांकुर खिला जाती है।
Paperwiff
by vidhisharai
24 Nov, 2023
#Microfable contest november month 4th topic
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