Vidhisha Rai
07 Oct, 2023
विदाई
विदाई की बेला है आई,
सबकी आँखे भर आई;
यह निष्ठुर रस्म किसने बनाई?
इक पल में बेटी हो जाती पराई;
काश कि ये रीत बदल जाये,
किसी दुल्हन को न सहनी पड़े जुदाई।
Paperwiff
by vidhisharai
07 Oct, 2023
#विदाई कांटेस्ट
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