Vidhisha Rai
02 Feb, 2024
भ्रम
इंसान स्वयं को सर्वसर्वा समझता है,
सारी जिंदगी वह इसी भ्रम में रहता है,
मान लेता है वह खुद को जीवन का संचालक;
इसी बात का उसको गरूर रहता है,
पर भूल जाता है सृष्टि का नियंत्रक कौन है?
सबकी किस्मत का डोर खुदा के हाथ में रहता है।
सबके कर्मों का लेखा-जोखा रब के पास रहता है।
Paperwiff
by vidhisharai
02 Feb, 2024
#भ्रम कांटेस्ट #microfable January 5
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