आओ लौट चलें स्वदेशी आंदोलन की ओर
आर्यवर्त की शान निराली
लौट चलो अपनी संस्कृति
की ओर
सौगंध हमें अपने शहीदों की
चलने ना देंगे चीनियों का जोर
सस्ता सामान बेचते हैं हिंद में
नहीं टिकाऊ और चलने वाला
बहिष्कार बाहर के उत्पादों का
अब है भारत करने वाला
सुई से लेकर हवाई जहाज तक
आत्मनिर्भरता को अपनाएंगे
जो हमसे छल कपट करें
और रखे नफरत अपार
उनसे नहीं करना हमें
अब कोई भी व्यापार
एक अकेले के करने से क्या होगा?
यह सोचना वीर सपूतों अब हमें बंद करना होगा
बूंद बूंद से सागर भरता, चलो वह बूंद बनने की ओर
घर के जयचंदो से निपटो आत्मनिर्भर बनो पुरजोर
पूरे विश्व में फैला दो
भारत है अब भी सिरमौर
बढ़ेंगे हम स्वदेशी की ओर
उठो हिंद वासियों आंखें खोलो
घर से ही शुरुआत करो
अब दिखा दो देशभक्ति का जोर
बहुत कमाया भारत से चीनी ने
आओ लौट चलें फिर स्वदेशी आंदोलन की ओर
वर्षा शर्मा
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत बहुत ही सुंदर रचना
आपका हृदय तल से आभार
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