जब हम हो घरों में वे झेले बर्फबारी

सर्द रातों में बॉर्डर पर सिपाहियों का बर्फबारी के बीच रात गुजारना

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Varsha Sharma
Varsha Sharma 06 Jul, 2020 | 1 min read
#khadi boli #fear

,"भाई ड्यूटी पे कद जागा ,"?? 

"बस दिसंबर शुरू होते ही चला जाऊंगा"

भाई दिसंबर की ठंडी रात जैसे ही धोरे आन्वे है |अर ध्यान में यूँ आन्वे कि देश में सब लोग  ठीक है अपने परिवार कि गैल जाड़े के मौसम में आनंद उठा रे पर जो तम जैसे लोग और बाकी सिपाही इतनी बर्फ बारी में रात काटे.. यू देखके, सोच के न्यू लगे की भाई बॉर्डर पै भी कुछ ऐसा हो जा की ठंड में एक भी बालक अपनी जान ना गँवावे | अर सारे देशों के बीच प्यार हो तो शायद ऐसा हो जा | अरे जब हम हो घरों में तम झेलो बर्फबारी......

,"हां ..... माँ हो जागा  एक दिन पर जब तक ना होता तब तक तो देश की रखवाली करनी पड़े|"

 और

तने तो हमें इस लायक बनाया कि हम देश के ऊपर जान भी दे दे |कहते हुए मां के गले लग गया नौजवान सिपाही

देश पर जान कुर्बान करने वाले सिपाहियों को नमन


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Varsha Sharma

varshau8hkd

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