अरे !!इसे क्या पता दिखता तो है नहीं और अपने आपको ज्यादा समझती है
यह लो तुम्हारे लिए गिफ्ट कहते हुए शरारती बच्चों ने एक बॉक्स में पत्थर भरकर नैना को देने की कोशिश की
नैना जो बचपन से ही स्पर्श की भाषा समझ रही थी बॉक्स की आवाज से ही समझ गई उसने कहा, " तुम मुझे बेवकूफ समझते हो भगवान ने हमारे पास एक रास्ता छीन लिया है तो हमें भी अलग-अलग कई रास्ते दिये वह नेमत है भगवान की ...
और बॉक्स फेंक दिया
अब शरारती बच्चों को अपनी गलती का एहसास हुआ और आपस में दोस्त बन गए
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
वाह.....!
Charu ji thanks
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