"सर दर्द भी रहता है आजकल, "
,"हां मैं भी देख रहा हूं तुम थक भी जल्दी जाती हो पहले तो ऐसे नहीं थी, "
तो सारे चेकअप करा लेना चाहिए
, "
कहां दो 2घंटे लग जाएंगे जाने में काम से फुर्सत ही नहीं होती, "
"अच्छा तो मैं फिर ब्लड टेस्ट करने के लिए घर पर ही बुला लेता हूं, "
"क्यों एक्स्ट्रा पैसे देने हैं, "
"तुम्हें बता दिया है कल आ जाएगा ब्लड लेने घर पर भी ब्लड देने में क्या मुसीबत है तुम्हें? ? ?
,"सभी ब्लड टेस्ट हो गए है रिपोर्ट आ गई है तुम्हारा बीपी हाई है और शुगर की अभी स्टार्टिंग है डॉक्टर ने बहुत परहेज के लिए बोला है|, "
"अरे !!!ऐसी बीमारियों से भी क्या मुसीबत???ना कुछ खा सकते हैं ना मन का ना कर सकते हैं|
इतनी उम्र में तो सब लोग मौज मस्ती करते हैं और हम लोग लगे है यहां पर तेल नहीं खाना शुगर नहीं खानी"
उदास होते हुए पूनम ने बोला
,"अभी उम्र ही क्या है बहू की अभी इतनी बीमारियां घर कर लेंगे तो कैसे चलेगा सारी जिंदगी" सास बोली
परेशान तो राजेश भी है अभी 40 की उम्र हुई है |
अभी-अभी तो उसके उसके ऑफिस के दोस्त की मिसेज को इन्हीं छोटे-छोटे सी लापरवाही के चलते.
खोना पड़ा..... आज राजेश ने खुद संकल्प लिया कि अपने अंदर बदलाव लाएगा ताकि वह अपनी पत्नी को भी स्वस्थ रख सके|
इतनी सारी बीमारियां डॉक्टर ने बता दी लेकिन डॉक्टर ने कुछ ना कुछ बदलाव ही बोले हैं अगर हम उन्हें अपना ले तो शायद अभी बीमारी बढ़ने से हम रोक् सकते हैं और यह कोई ऐसी बीमारी नहीं है जो जल्दी ठीक नहीं होगी,
"अब से जैसा मैं कहूंगा वैसा तुम करोगी, "
"हम हमेशा वैसा ही तो मैं करती हूं , "
"हां लेकिन अभी सब मेरी खुशी के लिए करते थे लेकिन अब आप अपनी खुशी के लिए करोगी"
अब राजेश ने अपना रूटीन पूनम के लिए बना लिया सुबह उठकर वॉक पर जाना दोनों एक साथ वॉक पर जाते हैं , तो ही पूनम कितनी खिली खिली सी नजर आती है |
नहीं तो पूनम सुबह-सुबह घर के कामों में व्यस्त हो जाती थी , और राजेश अपने फोन पर...
वॉ क से आने के बाद अपने साथ ही नाश्ता कराना और सभी हेलदी चीजें खुद भी खाने लगा ताकि पूनम भी वही खाए......
जैसे-जैसे डॉक्टर ने बताया सभी कुछ किया राजेश ने
सासू मां भी खुश थे देखकर कि, "चलो बहू की बीमारी जल्द से जल्द पकड़ में आ गई तो उसका इलाज भी हो जाएगा नहीं तो बीमारियां बढ़ जाती है , "
1 महीने तक यही रूटीन चलाया हां कभी-कभी पूनम का मन भी करता था इधर उधर की चीजें खाने के लिए लेकिन धीरे-धीरे उस में भी बदलाव आ गया था आखिर बच्चों के लिए स्वस्थ जो रहना था |
डॉक्टर ने राजेश और पूनम की भूरी भूरी प्रशंसा की थी आपने 1 महीने में बीमारी को कंट्रोल कर लिया है अब आप कभी कभी कुछ खा सकते हैं |लेकिन इस रूटीन को फॉलो कीजिएगा|
पूनम ने सारा श्रेय राजेश को दिया कि आपमे जो जबरदस्त बदलाव आया है... उसने तो सारी बीमारियों को ही दूर भगा दिया, "
सखियों.....हम घर के छोटे-छोटे कामों में अपने आप को इतना व्यस्त कर लेते हैं, कि अपने स्वास्थ्य को इग्नोर करने लगते हैं जो कि सही नहीं है क्योंकि हमारे ऊपर पूरे घर की बुनियाद टिकी होती है | हमें अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए ..... उसके लिए कुछ अपनी जिंदगी में बदलाव करना हो तो बदलाव अच्छा होता हैं|
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