मौन के भी शब्द है
मौन अख्तियार कर लेती हूँ
जब कोई गलत कहता है
ज्वालामुखी सीने में होता है
और मैं मौन अख्तियार कर लेती हूं
क्योंकि मौन के भी शब्द है
रह रह कर दिल कचोटता है
गंगा जमुना सी आंखों से बह निकलती है
मैं मौन रहती हूं क्योंकि जानती हूँ तुम समझ जाओगे मेरे मौन की भाषा क्योंकि मौन के भी शब्द है
और अगर ना समझे तो
चिल्लाने से भी कोई नहीं फायदा
और जब मैं मौन रहती हूं
तो सुन पाती हूं अपने अंदर की आवाज
क्योंकि मौन से होती है साधना
कभी ना कहना कि मैं मौन
क्यों हो जाती हूं? ?
समझ लेना तुम मेरे मौन के छुपे हुए शब्द
🙏
वर्षा शर्मा
वर्षा शर्मामौन के भी शब्द है
मौन अख्तियार कर लेती हूँ
जब कोई गलत कहता है
ज्वालामुखी सीने में होता है
और मैं मौन अख्तियार कर लेती हूं क्योंकि मौन के भी शब्द है
रह रह कर दिल कचोटता है
गंगा जमुना सी आंखों से बह निकलती है
मैं मौन रहती हूं क्योंकि जानती हूँ तुम समझ जाओगे मेरे मौन की भाषा क्योंकि मौन के भी शब्द है
और अगर ना समझे तो
चिल्लाने से भी कोई नहीं फायदा
और जब मैं मौन रहती हूं
तो सुन पाती हूं अपने अंदर की आवाज क्योंकि मौन से होती है साधना
कभी ना कहना कि मैं मौन
क्यों हो जाती हूं? ?
समझ लेना तुम मेरे मौन के छुपे हुए शब्द
🙏
वर्षा शर्मा
वर्षा शर्मा
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