हर शाख पर उल्लू बैठा है अंजामे गुलिस्तां क्या होगा
इस नशे के बीहड़ में
शाखों पर नशेड़ी बैठे हैं
डिप्रेशन अवसाद का लेकर नाम
करते हैं सारे गलत ये काम
यह बॉलीवुड के हीरोइन हीरो
अब हमारी नजरों में है जीरो
भावनाओं से जो खेलते हैं
इन्हें क्यों हम झेलते हैं??
मनोरंजन के नाम पर नशा
और अश्लीलता परोसते हैं
हमारी कठिन मेहनत की कमाई
हम इनकी जेबों में भरते हैं
यह दम मारो दम करते हैं,
हां हम भी दोषी हैं क्योंकि
इनके पीछे हम बावले हैं
इन्हें बता देंगे अब जो होंगे हमारे असली हीरो
वह खेत में मेहनत करता किसान होगा
या बॉर्डर पर खड़ा जवान होगा
युवा पीढ़ी जो इन को अपना आदर्श मानती है
इस भ्रम को मिटाना होगा
नये वक़्त की नयी मांग है
अब हम इन्हें आईना दिखाने को तैयार है
इनको हम ही तो बनाते हैं अब हम ही धूल चटाएंगे
हां कुछ अच्छे लोग भी है
पर एक मछली सारे तालाब को गंदा करती है
यह कहावत इन पर भी चरितार्थ होती है
यह नारी का कौन सा रूप है
यह तो पूरा जहां विद्रूप है
पाश्चत्य सभ्यता के नाम पर झांसा
देना बंद करना होगा
कानून और भारतीय संस्कृति के आगे
इनको मुंह की खानी होगी
भारत के नौजवानों को ना बरगलाने देंगे
अपनी भारतीय सभ्यता को किसी को ना भुलाने देंगे
फिर से ऐसा माहौल करेंगे तैयार
जैसे थे हीरो मनोज कुमार
यह नशे का बीहड़ है
जहां हर शाख पर उल्लू बैठा है
अंजामे गुलिस्तां क्या होगा? ?
यह अब हम को तय करना है. .,
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Bahut khub
Well penned
Sonia madan ji धन्यवाद
Prem bajaj ji thanku
Please Login or Create a free account to comment.