हे भगवान !!इस तरीके से तो मेरी सारी बॉडी खराब हो जाएगी| मैं नहीं खाऊंगी यह क्या बना दिया ??इतना बड़ा परिवार है और मेरे खाने का कोई ध्यान नहीं रख सकता |कितना ऑइली है ये घी, तेल मैं नहीं खा सकती मुझे तो देखते ही उबकाई सी आती है |
तभी सासू मां कमरे में आती हैं और देखती है कि बहू ने तो कुछ खाया ही नहीं चुपचाप उठाकर ले जाती है|
बोलती है आजकल की लड़कियों के नखरे तो ...देखो एक तो करके दे रहे हैं| उसमें भी नखरें
अरे !!हमारे जमाने में देखो मिलता भी नहीं था और यह नहीं खाएगी तो खड़ी कैसे होगी फिर मायके वाले भी कहेंगे कि कुछ खिलाया नहीं|
रमा को देखो जो भी मिलता था चुपचाप खा लेती थी
दो-दो जापे निकाले हैं ,इसके हमने| हमें भी बहुत अनुभव है तभी रमा जेठानी जया के कमरे में जाती है और देखती है कि जया लेटी हुई है ,आंखों से आंसू बह रहे हैं |क्या हुआ? जया कुछ नहीं भूख लगी है लेकिन यह इतना सब कुछ खाने की मेरी हिम्मत नहीं है और फिर आगे मेरे शरीर का क्या होगा |
हां जया मुझे भी ऐसा ही लगता था |
सबसे पहले तो यह रोना बंद कर माजी ने देख लिया तो और भी डाँटेगी बच्चा होने के बाद शरीर बहुत कमजोर हो जाता है इसलिए आंखों की ज्योति बढ़ाने के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा समय सोने को मिलता है |
यह एक मां का भी दूसरा जन्म होता है|
,"देखो जया अभी तुम नई नई मां बनी हो हमें बहुत कुछ चीजें अपने बड़ों के अनुभव से सीखनी पड़ती है तुम्हें पता है ,आज दो-दो बच्चे होने के बाद भी मेरा पेट बिल्कुल सही है , नही तो डिलीवरी की देखभाल सही ना होने के कारण पेट निकल जा ता है और मुझे कभी थकान भी नहीं होती और कई औरतों को जोड़ों में दर्द होता है या मासिक तकलीफ से गुजरना पड़ता है वह भी नहीं होता, क्योंकि मैंने मम्मी के कहे अनुसार सब कुछ खाया है जो भी उन्होंने मुझे बताया वह मैंने किया यह भी तो हमारी मां की तरह ही है|
हां शुरू शुरू में तुम्हें इसका स्वाद थोड़ा अलग लग सकता है लेकिन तुम ऊपर से कुछ और चीज खा लो ताकि तुम्हारा स्वाद बना रहे और देखो हम दवाइयां भी तो खाते हैं दवाइयां क्या हमें अच्छी लगती हैं??लेकिन मजबूरी वश खाते हैं और दवाइयों के साइड इफेक्ट होते हैं | यह लड्डू और शीरा तो हमारे शरीर को हेल्दी रखेगा इसमें बहुत सारे विटामिन प्रोटीन है| और जब बेबी फीड करेगा तो यह सब कुछ तुम्हारे जरिए उसके शरीर में भी जाएगा तो क्या तुम नहीं चाहती कि तुम्हारा बेबी हेल्दी हो|
और अगर तुम चाहो तो इस बारे में अपनी मम्मी से बात कर सकती हो वे भी तुम्हें बताएंगे और शायद उन्होंने पहले बताया भी हो |
हमेशा एकल परिवार में रही है जया तो ज्यादा कुछ जानती भी नहीं रमा के बताने के बाद उसे सब कुछ अच्छे से समझ आया बोली , "दीदी मुझे नहीं पता था
इन चीजों के इतने फायदे हैं आपने बता कर मुझे मम्मी के डाँट से बचा लिया अब मुझे आप जो भी बना कर दोगे वह मैं खा लूंगी |
तभी सासुमा कमरे में आई बोली, "तुझे भूख नहीं लगी" जया बोली ,"मम्मी वही लाकर दे दो जो आपने बनाया था |
सासु माँ ,"उसे क्या खाएगी ठंडा हो गया अब दोबारा बनाकर लाती हूँ और देखना छोड़ना मत नहीं तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा|, "
नहीं मम्मी अब मुझे समझ आ गया आप मेरी सेहत की चिंता कर रहे हो अब चाहे मैं आपके बेटे से मोटी हो जाऊं लेकिन मैं सब कुछ खाऊंगी अपने बच्चे के लिए
और कह कर सासू मां के गले लग गई |
सखियों .,.डिलीवरी के बाद हमारा शरीर बहुत कमजोर हो जाता है पढ़ी लिखी हो कर भी लड़कियां खाने में ना नुकूर करते हैं | जो कि बिल्कुल भी सही नहीं है अगर आप संयुक्त परिवार का हिस्सा है तब तो आपको सब कुछ बिना मांगे मिल जाएगा लेकिन अगर एकल में है तो आपको हर चीज के लिए जद्दोजहद करनी पड़ेगी| इसलिए जो भी आपको मिल रहा है आराम से खाये |
बड़े बुजुर्ग हमारी सेहत को लेकर कभी लापरवाह नहीं होती और वह हमें अच्छी से अच्छी शिक्षा देते हैं बस हमें जरूरत है उसे अमल में लाने की|
मुझे तो यह गोंद के लड्डू और शिरा बहुत पसंद है आप बताइए क्या आपको पसंद है |
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