क्या करूँ मै...

एक हास्य व्यंग कहानी

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Varsha Sharma
Varsha Sharma 15 Mar, 2021 | 1 min read
# sattire


बहुत दिनों से संध्या के दिल और दिमाग में लड़ाई चल रही थी| सारा दिन काम में लगी रहती है, लेकिन बार-बार पति की एक बात उसके दिमाग में कहीं घर कर गई और अब उसी पर सोच कर परेशान हुई रहती है| पति का क्या है, वह तो कह कर ऑफिस निकल जाते हैं और वह बेचारी सोचते रह जाती है| पीछे से बच्चों को भी संभालना, बच्चे छोटे हैं तो जिद करते हैं अकेले परेशान हो जाती है|

अभी कल ही की तो बात है  एक कमरे को पूरी दिवाली की तरह साफ किया था ,वह तो पतिदेव ने देखा नहीं और शाम को ड्राइंग रूम की  चीज को बोलने लगे कि यह 5 दिन से यही पड़ी है अगर मैं ना  कहूँ तो  तुम ध्यान भी ना दो  |

यह हमेशा का था संध्या के पति का कि जब वह ज्यादा काम करती तो उस दिन तो जरूर कोई ना कोई मीन मेख निकालते यही सोचते वह बोलने लगी क्या करूं मैं मर जाऊं? ??मेरी कोई फीलिंग नहीं है इससे अच्छा तो मैं गायब हो जाऊं



और  आज उसने देखा कि वह घर पर नहीं है और पतिदेव ने खाना बनाया और अच्छे से बर्तन साफ करके जमा दिए और खाना बनाकर डाइनिंग टेबल पर रख दिया और पतिदेव बिल्कुल भी नाराज नहीं है क्योंकि मैं तो घर पर हूं ही नहीं , और अब घर समेट रहे हैं और बच्चों को पढ़ा रहे हैं इतनी लेट हो गया लेकिन खाना क्यों नहीं खा रहे हैं? ?अच्छा मेरा इंतजार कर रहे होंगे अब तो संध्या बहुत खुश हो रही थी कि मैं अदृश्य हूं तो घर के काम सभी सुचारू रूप से चल रहे हैं मुझे कोई चिंता की जरूरत ही नहीं अब मैं घर जाकर उनको डांट लगाऊंगी तो पता चलेगा उन्हें कि कैसा लगता है ??

अरे वाह !!आज तो  मैने भी कितनी सुंदर साड़ी पहनी  है..., लेकिन यह क्या मेरा तो मुंह ही नहीं दिख रहा।

जिस तरीके से पतिदेव ऑफिस से आते हैं |मैं आई हूं और मुझे नहाने के लिए भेज दिया है और अब खाना गर्म कर रहे हैं यह तो आश्चर्यजनक बात हो गई ऐसा मन कर रहा है नाचू गाऊ. ...



नहा कर भी मैं किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही हूं गरम गरम खाना पतिदेव ने लगा दिया है और बच्चे भी कोई जिद नहीं कर रहे हैं चुपचाप से खाना खा रहे हैं ऐसा ही तो मैं चाहती थी|

चलो आप इस समय को इंजॉय करती हूं मैं क्या परेशान रहती हूं??लेकिन यह क्या मैं  पीठ की तरफ से क्यों बैठी हुई हूं ??मुंह क्यों नहीं दिख रहा??चलो सामने से जाकर देखती हूं

..,..यह कौन है ??????? उइ  ...यह तो पति के साथ ऑफिस में काम करने वाली लेडी है इसका मतलब मैं अदृश्य हो गई तो उन्होंने दूसरी शादी कर ली हां तो मैंने ही तो कहा था कि यह मेरी फीलिंग कोई नहीं समझता तो क्या मैं मर जाऊं कहीं मैं मर तो नहीं गई. ..

ओ हो!!!!तभी बच्चे कोई शैतानी नहीं कर रहे हैं अब दूसरी मां है तो शैतानी कैसे करेंगे  ???  बेचारे पतिदेव को भी सुधार दिया इसने तो...।और मेरे सभी सामान  यूज कर रही है नहीं....



मैं ऐसा नहीं होने दूंगी भागकर उसका गला पकड़ लिया और वह चिल्ला रही है मुझे छोड़ दो मुझे छोड़ दो पतिदेव पीछे से आकर मुझे पकड़ रहे हैं कि संध्या  छोड़ दो तुम यह क्या कर रही हो ??छोड़ो संध्या छोड़ो और मैंने देखा कि मैं बेड पर लेटी हुई हूं और मैंने पतिदेव का गला पकड़ा हुआ है हे भगवान!!!अदृश्य होकर मैंने यह क्या कर दिया? हां मैं परेशान तो थी लेकिन इस सपने ने तो मेरी परेशानी और बढ़ा दी है भगवान इससे अच्छा तो मैं कभी अदृश्य ना हूं जैसे पति देव प्यार करते हैं उसी तरीके से  डाँटते भी हैं..और बच्चों की जिद करना और उनका साथ मुझे कितना अच्छा लगता है जिस बात को लेकर बहस हुई थी अब यही बातें उसे अच्छी लग रही है बस सोचने का नजरिया बदल गया है और अपना सपना सुना रही है तो सब मिलकर हंस रहे हैं



आपको भी अगर हंसी आई हो तो ब्लॉग लिखना सफल रहा है और जरा अपने बारे में सोचें अदृश्य होकर क्या आपके घर का काम चल जाएगा या फिर कहीं संध्या की तरह खराब तो नहीं हो जाएगा|










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Varsha Sharma

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