जन्माष्टमी का त्योहार है |बाजार मे भीड़ है बम विस्फोट हुआ है भागो. भागो .. , अफरा तफरी मच गई |हिंदू मुस्लिम को भड़काने वाले आ जाते हैं | कुछ लोगो की वजह से दंगा भड़क जाता है |आज सोसायटी के प्रांगण में फेंसी ड्रेस प्रतियोगिता भी थी |उसमे भाग लेने के लिए एक बच्चा कान्हा बना है लेकिन लगता है माँ से बिछड़ गया है |कितना प्यारा है कान्हा पर रो क्यूँ रहा है... ? बुर्का उठा कर रुखसाना ने कहा, "ये चुप नहीं हो रहा भीड़ मे से कोई बोला |रुखसाना ने गोदी मे उठाया तो बच्चा चुप हो गया | शायद माँ की गोद एक सी होती है |अरे!!तुम्हारे पास तो बांसुरी नहीं है | लेकिन बच्चा कुछ नहीं बोला वह पुलिस के पास जाती है | रिपोर्ट लिखाने ताकि उसकी माँ उसे मिल सके |उसकी माँ उसको ढूंढते हुए उसी जगह आ जाती है |माँ के हाथ मे बांसुरी है| शायद बांसुरी खरीदने गई होगी बच्चा माँ से बिछड़ गया होगा | रुखसाना को दिल से धन्यवाद देती है | बच्चा भी मोसी बोल रहा है | पुलिस भी स्तब्ध है एक ये माँएं है जो एक दूसरे का दर्द समझ रही है ओर दूसरी ओर आततायी है |जिन्हे किसी की भी जिंदगी की परवाह नहीं है |काश ऎसा प्रेम इनके दिलो में भी हो जाए|कि ईद ओर दिवाली दोनों एक साथ मनाए |ईद के आखिरी शब्द से दिवाली बन ता है और दीवाली मे अली आता है |इन लोगो को कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन इनकी वजह से देश का कितना नुकसान होता है | रुखसाना बच्चे को गोद में लेकर उसकी माँ के साथ चल दी |ताकि कोई भी आत ताई रास्ते में उन्हे तंग ना करे | दोनो माँ हैं ना कोई धर्म माँ से बड़ा नहीं होता |ओर घर सकुशल पहुंच कर रुकषाना भी उनके साथ त्योहार मना रही है |
माँ का धर्म सबसे बड़ा
धर्म के नाम पर जो लोग दंगे भड़काते हैं | उनको सीख देती लघु कथा
Originally published in hi
Varsha Sharma
19 Jul, 2020 | 1 min read
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Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
सुंदर सृजन
Nice
Kumar sandeep धन्यवाद भाई
Sonia madan ji धन्यवाद
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