तुझमें रब दिखता है
अगर मैं डॉक्टर होती तो
हर इंसान कभी ना कभी किसी ना किसी डॉक्टर से जरूर मिलता है| डॉक्टर को मिलकर ही पता चलाता है कि क्यों उसे भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है??अपने जीवन में हम भी कई डॉक्टरों से मिले ,उनसे मिलकर ही आधी बीमारी दूर हो जाती हैं |हम किसी भी बीमारी से बहुत घबराए हुए रहते हैं, हमें कुछ पता नहीं होता |लेकिन डॉक्टरों का बात करने का तरीका ही इतना अच्छा होता है कि हमारी आधी परेशानी कम हो जाती है| मेरे पति का घुटने का ऑपरेशन हुआ था हॉस्पिटल के लगातार चक्कर काटने पर हॉस्पिटल से आने के बाद खाना खाने का भी मन नहीं करता था |तब देख कर ऐसा लगता था कि डॉक्टर लोगों में कितनी हिम्मत है कि इतने बुरे एक्सीडेंट और इतने बुरे केस देखने के बाद भी वह लोग नॉर्मल जीवन जीते हैं |उनकी हिम्मत को सलाम |सच में अगर हम कोई एक एक्सीडेंट देख ले तो हमारे दिमाग से नहीं निकलता और उन लोगों को उन्हें इलाज करते हुए अपना नॉर्मल जीवन जीना होता है |जब पति को ऑपरेशन थिएटर में ले जा रहे थे| तो अंदर किसी और को नहीं जाने दिया और मैं ऐसे हो रही थी कि जैसे अभी रो पड़ूंगी| डॉक्टर ड्रेस पहन कर आए तो लग रहा था कि जाने क्या होगा दिल धक-धक कर रहा था ????|लेकिन जब डॉक्टर ने आकर कहा ,"कि आप आराम से रहिये हम आपको इनफॉर्म करेंगे , तो लगा कि सचमुच कुछ अच्छा होगा |और डॉक्टर हंसते हुए ऑपरेशन थिएटर में गए तो देखकर लगा कि इनका दिल कितना बड़ा है कि ऐसी सिचुएशन में भी यह सब लोग हंस पाते हैं| सच में बहुत हिम्मत चाहिए ऐसे माहौल में खुद को एडजेस्ट करने के लिए| ट्रीटमेंट के लिए एक डॉक्टर के क्लीनिक गए थे |मैंने क्लीनिक पर लिखा देखा उन्होंने बोर्ड लगाया हुआ था, "कि भगवान मुझे माफ करना मेरी रोजी-रोटी उसी से चलती है कि ज्यादा से ज्यादा लोग बीमार हो| लेकिन मैं यह चाहता हूं कि जो मेरे पास आये वह जल्दी से स्वस्थ हो और मैं उनकी यथासंभव मदद कर पाऊं| ,"मैंने उन डॉक्टर को बोला कि सर आपने दिल को छू लेने वाली पंक्तियां लिखी हैं |तो उन्होंने बताया कि ,"बेटा मुझे भी लगता है कि लोग इतने परेशान और दुखी होकर मेरे पास आते हैं | मन में अजीब सा भाव आता है इसलिए यह पंक्तियां लिखकर लगाई है कि किसी को कोई मदद की जरूरत हो तो मुझसे संपर्क करें, "| और कई बड़े डॉक्टर हैं जो चैरिटी के लिए भी काम करते हैं सिर्फ मिनिमम फीस लेकर लोगों का इलाज करते हैं और कई बार तो मुफ्त में भी इलाज करते हैं| अगर मैं डॉक्टर होती तो शायद ऐसा ही सभी पेशेंट को ट्रीट करती | मुझे लगता है कि डॉक्टर से बात करके कि हमारी आधी परेशानी दूर हो गई हो ऐसे ही मैं भी उनका इलाज करती |और जो इलाज कराने में सक्षम नहीं है उन गरीबों के लिए अपनी तरफ से कुछ मदद करती| डॉक्टर को देखकर सच में ऐसा लगता है कि उसी में रब दिखता है| रोते हुए ,कांपते हुए ,और निराशा से भरे हुए हमारे जीवन को डाॅक्टर आशा से भर देते हैं| कई बार ऐसा हुआ जब ऐसे डॉक्टर मिले हैं| जिन्होंने जिंदगी को सकारात्मकता से भर दिया और मेरे साथ जुड़े हुए लोगों का अच्छे से इलाज किया| उन सभी डॉक्टर्स को मेरी तरफ से सलाम ....
उन डॉक्टर्स की तारीफ में कुछ भी कहना बहुत कम होगा| , हां कई बार ऐसा होता है कि हम डॉक्टर की बात नहीं मानते और कुछ उल्टा सीधा किसी के साथ हो जाए तो हम डॉक्टर्स को गालियां देने लगते हैं| हम यह भूल जाते हैं कि अपवाद हर जगह मिलते हैं| हमें उनकी मनोस्थिति समझनी होगी कि वह किस स्थिति में काम करते हैं| अगर मैं किसी से कहूंगी आप एक ऑपरेशन करने के बाद खाना खा लेना...तो क्या गले से कोर उतरेगा......नहीं.....तो हमें डॉक्टर्स के पेशे की इज्जत करनी चाहिए| और आज कोरोना के समय में तो उन्होंने यह साबित कर दिया | मास्क लगाकर हमें सांस फूलने लगता है , गर्मी लगती है और .....वह लोग पी पी किट पहनकर इतनी गर्मी में इलाज कर रहे हैं उन सभी कोरोना वॉरियर्स को हमारा तहे दिल से शुक्रिया| कभी किसी डॉक्टर को कोई ब्लेम ना करें |और जो डॉक्टर किराए पर रह रहे हैं लोग उनको किराए के घर से निकाल रहे हैं जो कि बिल्कुल भी सही नहीं है |वह देश के लिए अपनी जान देने को तैयार हैं तो क्या हम उनके लिए थोडी मदद नहीं कर सकते??????????अगर मैं डॉक्टर होती तो अपनी जिंदगी में आए सभी डॉक्टर्स जैसी ही होती क्योंकि उन्ही से सीखा है हमने कि कैसे लोगों की इलाज से पहले ही आधी बीमारी दूर कर दी जाए|
मेरा ब्लॉग कैसा लगा कृपया कमेंट में जरूर बताएं
वर्षा शर्मा दिल्ली
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
So touching and beautiful article
बहुत बहुत धन्यवाद
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