अब जोरू के गुलाम नही है पति

लोगों की मानसिकता दर्शाते हुए कहानी अपने लिए कुछ और दूसरों के लिए कुछ और

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Varsha Sharma
Varsha Sharma 10 Jul, 2020 | 1 min read

राधा की शादी हुई है संयुक्त परिवार है |राधा भी सब से मिलजुल कर रहती है| सासू मां भी बहुत अच्छी है| लेकिन परेशानी है तो एक चचेरी ननंद साथ में रहती है| और वह ऐसे रहती है जैसे उसकी अपनी ननंद हो | अपनी ननंद होती तो शायद प्यार से रहती| मतलब हर बात में कटाक्ष करना उसके कामों में कमी निकालना राधा इग्नोर करती है कि हमउम्र है |थोड़े दिन में सब समझ जाएगी |लेकिन उसकी शैतानियां धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है | अगर पति उसकी तारीफ करते हैं या उसकी साइड लेते हैं तो मुंह पर बोल देती है या गाना गाने लगती है कि मैं जोरू का गुलाम बनके रहूंगा| "जोरू का गुलाम बोल देती है ,"जो कि राधा को बिल्कुल अच्छा नहीं लगता | पति से इस बारे में बात करती है तो वह भी कहते हैं कोई बात नहीं बोलने दो मुझे बुरा नहीं लगता |कुछ दिनों में वह ननंद अपने घर चली जाती है कुछ दिन बाद पता लगता है कि उसकी शादी तय हो गई है| राधा उसकी शादी में जाती है बहुत प्यार से बात करती है| व्हाट्सएप पर फेसबुक पर सब जगह बहुत प्यार से बात करती है| लेकिन राधा के मन में  उसकी यह बात घर कर गई थी| एक दिन  नन्द फोन करती है कि आप तो मुझे याद ही नहीं करते भाभी या मेरे से पीछा छूटा | राधा सोचती है, "कि तुमने याद करने वाले काम तो नहीं किए |"राधा कहती है ,"ऐसी कोई बात नहीं है और तुम बताओ तुम्हारे ससुराल में सब कैसे हैं???तो ननद कहती है कि यहां तो सब बहुत अच्छे हैं बहुत हेल्प करते हैं | हसबैंड काम मे मेरी बहुत मदद करते हैं ,यह ना हो तो मैं तो कुछ भी घर का काम ना कर पाऊं??खाना बनाने में भी मदद कर देते हैं और मुझे बाहर सामान भी लाने नहीं देते |राधा बोलती है ,"चलो अच्छा है मिलजुल कर काम करने से काम कम लगता है ,राधा कहती है ,"एक बात तुमसे कहनी थी ननद जी | वह कहती हां बोलो भाभी, राधा बोलती है अब पतिदेव कैसे लगते हैं तुम्हें?????सही लगते हैं बोलती है तुम तो ऐसे पति को जोरू का गुलाम बोलती थी| तो क्या अब उनको जोरू के गुलाम नहीं बोलती????? ननद अपनी बात पर झेंप जाती है और फोन काट देती है| लेकिन राधा को एक तसल्ली मिली कि उसने अपने मन की बात तो बोल ही दी |जहां उसके साथ काम करने पर या उसकी तारीफ करने पर पति जोरू का गुलाम थे |आज वही नए जमाने की लड़की बनकर सोच रही है कि उसका पति कितना अच्छा है बस राधा को मलाल है कि उसने समय रहते यह नहीं बोला|

दोस्तों कई लोग ऐसे होते हैं दूसरों के रिश्ते को किसी और मानदंड से देखते हैं और अपने रिश्ते को किसी और ऐसे लोग रिश्तो में कड़वाहट भरने का काम करते हैं|


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