याद पिया की आने लगी

होली का मज़ा पिया के संग ही है

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Vandana Bhatnagar
Vandana Bhatnagar 22 Feb, 2021 | 0 mins read
#1000कविता



फाल्गुन में जब मदमस्त पवन में सरसों लहलाती है

टेसू के फूल, बौरों की खुशबू मन मेरा हर्षाती है

रंगीन फिज़ा, रंगीन नज़ारे देख याद पिया की मुझे सताती है

सुन आहट दरवाज़े पर दिल की धड़कन बढ़ जाती है

हूं बेचैन इधर मैं,मन उनका भी शांत कहां होगा

मुझे रंगों से सराबोर करने को मन उनका भी तो उत्सुक होगा

बिन पी के सब सूना सूना, अंखियां भी मेरी रो लीं

आ भी जाओ मनमीत मेरे, खेलूंगी संग तेरे होली


मौलिक रचना

वन्दना भटनागर

मुज़फ्फरनगर

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