बचपन से ही बच्चों अच्छी आदतें अपनाओ
खाने से पहले तुम हाथ धो आओ
छोड़ो जंक फूड, पौष्टिक खाना खाओ
अपने आसपास ना तुम गन्दगी फैलाओ
पर्यावरण की खातिर तुम पेड़ खूब लगाओ
जल ही है जीवन इसे व्यर्थ ना बहाओ
टी.वी. और मोबाइल में ध्यान कम ही लगाओ
है कीमती समय बहुत इसे यूं ही ना गंवाओ
रहोगे स्वस्थ तुम योगा को अपनाओ
मन भी रखो साफ,सच का साथ निभाओ
मानो कहना पेरेंट्स का,बड़ो का ना दिल दुखाओ
बोलकर मीठा तुम लोगों का दिल जीत जाओ
पढ़ लिखकर, भविष्य अपना सुनहरा बनाओ
करके अनोखे काम तुम देश का मान बढ़ाओ
बनकर गुणों की खान तुम एक मिसाल बन जाओ
मौलिक रचना
वन्दना भटनागर
मुज़फ्फरनगर
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