Vandana Bhatnagar
Vandana Bhatnagar 10 Oct, 2022
त्यौहारों का आनंद
आनंद त्यौहारों का अब पहले सा कहां आता है पता भी नहीं चलता कब त्यौहार आता है कब चला जाता है पहले क‌ई दिन पहले से ही होने लगती थीं तैयारियां मिलजुलकर बनाते थे सब पकवान और मिठाइयां खाते पीते थे संग बैठकर,देते थे एक दूसरे को गले मिलकर बधाईयां अब सब ऑनलाइन चलता है चाहे खरीदारी हो या बधाईयां रहते बच्चे जिनके दूर, उनको भी त्यौहार आनंद कहां दे पाता है सूना घर, आंगन उनको टीस ही देकर जाता है आओ मनायें मिलजुलकर हम त्यौहार,ना बैठा रहे कोई उदास भरे ये सबके मन में नया जोश, उमंग और उल्लास

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by vandanabhatnagar

10 Oct, 2022

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