रश्मिरथी : समीक्षा
दो न्याय अगर तो आधा दो , पर इसमें भी यदि बाधा हो तो , दे दो केवल पाँच ग्राम , रख्यो अपनी धरती तमाम ( तृतीय सर्ग - भाग -२ रश्मिरथी - कृष्ण चेतावनी ) हर सर्ग आपको आपके असल जीवन के मूल्य को समझाने का अचूक प्रयास करेगा और शायद सफ़ल भी हो जाये । और यक़ीन मानिए अगर आपने अभी तक यह महाकाव्य नहीं पढा तो आप हिंदी साहित्य के काव्य रस का अमृत नहीं चखा। ~ जहाज़ी संदेश ?
जयशंकर प्रसाद की कहानी: गुंडा -- की एक समीक्षा
Story review
सच का आईना
सच क्या है और क्या नहीं, यह फैसला आप पर छोड़ती हुई ऐसी आठ कहानियाँ जो कभी आपको रूलाएँगी तो कभी गम्भीर कर देंगी और सोचने पर मज़बूर कर देंगी, "क्या सच में यही जिंदगी का असल सच है।"
"पाप पुण्य से परे" कहानी संग्रह : लेखक राजेन्द्र राव
कहानी संग्रह
पुस्तक समीक्षा
ये एक पुस्तक समीक्षा है ,पुस्तक लगभग एक साल पहले पाठको को समर्पित की गयी थी ,एमेजॉन पर भी उपलब्ध है । एक पाठक की दृष्टि से मैनें इसकी समीक्षा की है ।
बुक रिव्यू
किताबों की दुनिया, एक ऐसा नशा है जिसे इसकी लत लग जाए वह चाह कर भी बाहर नहीं आ सकता और यह नशा क्षति पहुँचाने की जगह आपको ज्ञान के अथाह सागर तक ले जाता है अगर आप चाहें तो।
किताबे. ज्ञान का खजाना
बचपन में सभी लोगों ने यह किताबें जरूर पढ़ी होंगी किताबे ज्ञान का खजाना है