इनका पावन जल

Poem on ganga

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Sanoj Kumar
Sanoj Kumar 12 Feb, 2021 | 0 mins read
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पवित्रता जिनकी पहचान है,

सब जानते है, ये कितनी महान है।

कोई देता इन्हे मां का दर्जा,

तो कोई इन्हे सिर्फ गंदा करता है।


इनका उदाहरण सबको दिया जाता,

पवित्रता में है ये सबकी माता।

जो करते इनकी मन से पूजा,

उनके लिए ये बन जाती हैं दाता।


शिव के जटा में वास करती है,

महादेव के क्रोध को शांत रखती है।

जरूरत मनो के प्यास बुझाती है,

यदि रोद्र हो जाए तो सबको बहाती है।


इनका पावन जल से,

लोग अपने आप को शुद्ध करते है।

कभी कुछ अफ़सगुन हो जाए तो,

वो सबसे पहले गंगा स्नान करते है।


मृत शरीर जलाने के बाद भी,

उन्हें यही दहाया जाता है।

कोई पूजा पाठ करने से पहले,

इसी गंगा जल से नहाया जाता है।


हमारी इतनी गनदगी करने के बाद भी,

इनका जल हमेशा शुद्ध रहता है।

मां की तरह हमारी गलती माफ करती,

इसलिए सबसे बड़ी इनकी महानता है।

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