उत्सव मनाओ आज बेटा हुआ है,
घर का चिराग आज उज्जवल हुआ है।
मेरा बेटा ये करेगा, वो करेगा,
हमारे वंश को तो, ये ही आगे बढ़ाएगा।
सुनो, तुम किसी के सामने झुकना नहीं,
चार लोग क्या कहेंगे, तुम कभी टूटना नहीं।
यह ले आना, वो काम कर आना,
दीदी को सही से कॉलेज छोड़ आना।
इतने से चोट में, क्या मलहम लगाओगे,
तुम तो लड़के हो, दर्द तो यूहीं सह जाओगे।
खाना मत बनाओ, तुम्हें नौकरी करना है,
इच्छा को दबाओ, तुम्हे परिवार चलाना है।
मां के आंचल में नहीं, पापा के साथ रहो,
तुम लड़के हो, हमारे साथ दुकान चलो।
रोते क्यों हो, आंसू नहीं, हिम्मत दिखाओ,
तुम लड़के हो, कठिन पल यूहीं भूल जाओ।
इनको समय से पहले बड़ा समझा जाता है,
क्षमता से नहीं, लिंग से ज़िम्मेदारी दिया जाता है।
वो अपने नहीं, अपनो के लिए जीते है,
वह लड़के है, करवी चीजे भी हंस कर पीते है।
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